
राजस्थान के जैसलमेर जिले में 14 अक्टूबर 2025 (मंगलवार) दोपहर करीब 3:30 बजे थैयत गांव के पास एक भयानक सड़क हादसा हो गया, जिसमें जोधपुर जा रही एक निजी यात्रियों से भरी बस अचानक आग की लपटों में लिपट गई। बस में करीब 57 यात्री सवार थे, जिसमें महिलाएं और बच्चे शामिल थे। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, हादसे में 10 से 12 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन गंभीर रूप से झुलसे यात्रियों की हालत को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या 20 से अधिक हो सकती है। यह घटना जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर हुई, जहां बस का इंजन शॉर्ट सर्किट या ईंधन लीकेज के कारण धधक उठा।हादसे का विवरण
- स्थान और समय: थैयत गांव के पास, जैसलमेर से लगभग 20 किलोमीटर दूर। दोपहर 3:30 बजे के आसपास।
- कारण: प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बस का इंजन खराब होने या शॉर्ट सर्किट से आग लगी। यात्रियों ने बताया कि बस तेज गति से चल रही थी और ब्रेक फेल होने की शिकायत की जा रही है।
- पीड़ित:
- मृतकों में कम से कम 3 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल हैं।
- कई यात्री फंस गए थे, जिन्हें बाहर निकालने में देरी हुई। कुछ ने कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन कई झुलस गए।
- बचाव कार्य: स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने आग बुझाने की कोशिश की। फायर ब्रिगेड और 108 एम्बुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। घायलों को पहले जैसलमेर के जवाहर अस्पताल ले जाया गया, जहां से 20 से अधिक गंभीर मरीजों को जोधपुर के एम्स और अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया
- मुख्यमंत्री का बयान: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की। घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
- जिला प्रशासन: जैसलमेर कलेक्टर पूजा शर्मा ने बचाव कार्य का निर्देशन किया। एसपी विकास सांगवान ने कहा कि हादसे के कारणों की गहन जांच चल रही है, जिसमें बस ड्राइवर की लापरवाही पर फोकस है।
- ट्रैफिक व्यवस्था: हाईवे पर कुछ समय के लिए ट्रैफिक जाम लगा, लेकिन अब सामान्य हो गया। यात्रियों को वैकल्पिक वाहनों से जोधपुर भेजा जा रहा है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
- विपक्षी नेता अशोक गहलोत ने हादसे को “व्यवस्था की लापरवाही” बताते हुए जांच की मांग की।
- स्थानीय लोगों ने पुरानी बसों की सुरक्षा जांच पर सवाल उठाए हैं। यह घटना राजस्थान में बढ़ते सड़क हादसों की श्रृंखला का हिस्सा है, जहां 2025 में अब तक 500 से अधिक मौतें दर्ज हो चुकी हैं।
- राहत कार्य जारी है, और अगले कुछ घंटों में मृतकों की संख्या स्पष्ट हो सकती है।