
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 14 अक्टूबर 2025 को तीन भारतीय कफ सिरप—Coldrif (स्रेसन फार्मास्यूटिकल्स द्वारा निर्मित), Respifresh TR (रेडनेक्स फार्मास्यूटिकल्स द्वारा निर्मित) और ReLife Cough Syrup (शेप फार्मा द्वारा निर्मित)—पर वैश्विक स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है। ये सिरप डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) नामक विषाक्त रसायन से दूषित पाए गए हैं, जो किडनी और लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है और मौत का कारण बन सकता है।मुख्य कारण और प्रभाव
- दूषण का स्तर:
- Coldrif में DEG की मात्रा 48.6% (वजन के हिसाब से) पाई गई।
- Respifresh TR में 1.34%।
- ReLife में 0.61%।
- अनुमत सीमा से कहीं अधिक (केवल 0.1% तक अनुमति)।
- पीड़ित: मध्य प्रदेश में कम से कम 20-22 बच्चों (5 वर्ष से कम उम्र) की मौत इन सिरपों के सेवन से जुड़ी हुई है। लक्षणों में सुस्ती, गहरे रंग का मूत्र और किडनी फेलियर शामिल हैं।
- निर्माण तिथियां: ये बैच 2025 की शुरुआत में बने थे (Coldrif: मई 2025, समाप्ति अप्रैल 2027; अन्य: जनवरी 2025, समाप्ति दिसंबर 2026)।
WHO की सिफारिशें
- सभी देशों के नियामक अधिकारियों से तत्काल रिपोर्ट करने को कहा गया है यदि ये उत्पाद उनके बाजार में मिलें।
- इन सिरपों का उपयोग, वितरण या बिक्री तुरंत रोकें।
- बच्चों (विशेषकर 5 वर्ष से कम उम्र) को कफ सिरप सावधानी से दें; 2 वर्ष से कम उम्र वालों को न दें।
भारतीय सरकार की प्रतिक्रिया
- केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने WHO को सूचित किया और इन सिरपों को जब्त करने का आदेश दिया।
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को सलाह जारी की: बच्चों को कफ सिरप सतर्कता से दें।
- गुजरात और दिल्ली जैसे राज्यों ने बिक्री पर प्रतिबंध लगाया।
- इन सिरपों का निर्यात नहीं हुआ, लेकिन वैश्विक चेतावनी सतर्कता के लिए है।
यह चेतावनी 2023 के कफ सिरप विवाद (जिसमें 100+ बच्चों की मौत हुई) के बाद भारत में दवा गुणवत्ता पर निगरानी बढ़ाने का संकेत है। यदि आपके पास ये सिरप हैं, तो तुरंत उपयोग न करें और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क करें।