- झारखंड
- सिमडेगा
- सिमडेगा:धर्मस्थलों पर और धर्मगुरुओं पर बार-बार निशाना,आखिर कौन और क्यों...
सिमडेगा:धर्मस्थलों पर और धर्मगुरुओं पर बार-बार निशाना,आखिर कौन और क्यों बिगड़ना चाह रहा सिमडेगा का सौहार्द

राष्ट्रीयनवीनमेल
सिमडेगा/डेस्क: सिमडेगा जिला जो शुरू से जब सिमडेगा महज एक अनुमंडल था. उस वक्त से सिमडेगा आपसी सौहार्द और भाईचारगी से जीवन बिताते आ रहा है.लेकिन विगत कुछ वर्षों में कुछ ऐसी घटनाएं लगातार घट रही है जो लोगों की आस्था पर चोट कर रही है. आखिर कौन? और क्यों? लोगों की आस्था के साथ छेड़छाड़ कर भाईचारगी की नगरी सिमडेगा के सौहार्द को बिगड़ने में तुला हुआ है.
सिमडेगा के चर्च परिसरों में लूटपाट और धर्मगुरुओं के साथ मारपीट की घटना हो, या कुरडेग के कदम टोली दुर्गा मंदिर में बार बार चोरी, या बाघचंडी मंदिर में तोड़फोड़ की घटना हो. या फिर शहर के महावीर चौक स्थित मंदिर में प्रतिबंधित मांस फेंकने की घटना हो. ये सभी घटनाएं लोगों की आस्था को चोटिल करती घटनाएं हैं. जो विगत दिनों और विगत वर्षों सिमडेगा में घटी हैं. अब इन घटनाओं के पीछे जो भी असामाजिक तत्व या अपराधी है. उसकी नियत और मंशा क्या है? आखिर क्यों ऐसे असामाजिक तत्व लोगों की आस्था को चोटिल कर जिले की शांति और सौहार्द बिगड़ने में तुले है. क्यों ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर सिमडेगा की भाईचारगी को तोड़ना चाहते हैं ऐसे असामाजिक तत्व? ये आज सभी समाज और समुदाय को एकजुट होकर सोचना और समझना पड़ेगा. सिमडेगा के सभ्य समाज को इस तरह की घटना दुबारा न हो इस दिशा में गहन चिंतन करने की जरूरत है.
हम सभी लोगों को समझना होगा किसी भी घटना के बाद पुलिस और प्रशासन शून्य से शिखर की ओर बढ़ती है. इसमें थोडा देर जरूर होता है पर अपराधियों को पुलिस ढूंढ ही लेती है. हम और आप कहीं न कहीं पुलिस के बीच की कड़ी बनते है, तभी मिलती है सफलता. ऐसी घटनाओं के बाद जिस तरह हम एकजुट होकर आंदोलन करते हैं. हमारी वही एकजुटता एक बार आपस में ठीक से बात कर ले तो ऐसा कोई अपराध नहीं जिसका उद्भेदन न हो सके. सिमडेगा जिला ने हमारी आपकी आपसी एकजुटता उग्रवाद से मुक्ति पाया है. फिर ये हमारी भाईचारगी में दरार डालने की कोशिश करने वाले असामाजिक तत्व कौन सी बड़ी तोप है कि जिसको हम सब मिलकर समाप्त न कर सकें. आइये हम सब मिलकर एक प्रयास करें ताकि ऐसे मंसूबे पालने वाले अपराधियों को सलाखों के पीछे धकेला जा सके. सभी समाज और समुदाय एकजुट होकर जागृत होगा तभी ऐसे असामाजिक तत्वों के नापाक मंसूबों को नाकाम किया जा सकता है.

